मनुष्य का व्यवहार और व्यक्तित्व उसकी कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति पर काफी हद तक निर्भर करता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अच्छी होती है, तो उसे जीवन में सफलता, सुख-समृद्धि और खुशहाली प्राप्त होती है। वहीं, यदि ग्रह कमजोर होते हैं, तो व्यक्ति को आए दिन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कमजोर ग्रहों के कारण कई बार बीमारियां भी घेर लेती हैं। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति बार-बार बीमार हो रहा है, तो यह कमजोर ग्रहों का एक संकेत हो सकता है। इस स्थिति में पूजा-पाठ के साथ-साथ ज्योतिष में बताए गए उपायों को अपनाना फायदेमंद हो सकता है।
आइए जानते हैं कि कौन-सा ग्रह किस रोग से जुड़ा होता है:
1. सूर्य ग्रह:
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर स्थिति में है, तो उसे सिर, मस्तिष्क, हृदय, आंख, कान और अस्थि भंग जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
2. चंद्र ग्रह:
चंद्र ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को मानसिक रोगों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, नींद न आना, नींद का बार-बार टूटना, पानी से डर जैसे समस्याएं चंद्र ग्रह के कुप्रभाव के कारण होती हैं।
3. मंगल ग्रह:
मंगल ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को पित्त विकार, त्वचा रोग, टायफाइड और अपेंडिक्स जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
4. बुध ग्रह:
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह के कुपित होने के कारण वात, पित्त, कफ, नाक और गले के रोग हो सकते हैं। इसके अलावा, बुध ग्रह के कमजोर होने पर बुद्धि में कमी आ सकती है।
5. गुरु ग्रह:
गुरु ग्रह के कमजोर होने पर गठिया, कमर और जोड़ों में दर्द, शरीर में सूजन और कब्ज जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
डिस्क्लेमर:
यहां दी गई सभी जानकारी सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित है।